उत्तराखंड राज्य महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कहा, महिला सुरक्षा व पीड़िता को न्याय दिलाना हमारी प्राथमिकता , देवभूमि में अपराधियों के लिए कोई स्थान नहीं
महिला सुरक्षा के विभिन्न मामलों को लेकर महिला आयोग अध्यक्ष ने जिलाधिकारी कार्यालय में एसएसपी ऊधमसिंह नगर के साथ की बैठक
मदरसों या शिक्षण संस्थानों में बच्चियों के साथ बर्दाश्त नहीं की जाएगी कोई भी घिनौनी हरकत
कहा , राज्य महिला आयोग हर बेटी, महिला के साथ खड़ा
रुद्रपुर: उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने जनपद ऊधम सिंह नगर में महिलाओं के साथ हो रही विभिन्न घटनाओं का संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ मंजूनाथ टीसी से मामलों की विस्तृत जानकारी ली और किसी भी मामले में ढिलाई न बरतने के आदेश व अपराधियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि महिलाओं व हमारी बच्चियों के साथ जो घटनाएं हुई है वह निंदनीय व बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए समाज के हर वर्ग को एवं हम सबको जागरूक होना पड़ेगा। भले ही शासन प्रशासन या आयोग आदि सभी अपना-अपना कार्य करती है फिर भी कुछ असामाजिक व आपराधिक मानसिकता के लोगो द्वारा घटनाओं को अंजाम दे दिया जाता है। ऐसे में महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार की घटना होने की आशंका या घटना होने पर राज्य महिला आयोग द्वारा तत्काल संज्ञान लिया जाता है और सम्बंधित अधिकारियों को त्वरित पीड़िता एवं उनके परिजनों को राहत देते हुए आवश्यक कार्यवाही करने के लिए निर्देशित जाते हैं।
वहीं आयोग अध्यक्ष ने जानकारी मिलने पर रुद्रपुर के मलशी गाँव के एक मदरसे में मौलवी द्वारा छोटी-छोटी बच्चियों के साथ की गई छेड़छाड़ व उन्हें गन्दी वीडियो दिखाने के मामले में पीड़ित बच्चियों के अभिभावकों से मुलाकात की और मामले की निन्दा करते हुए कहा कि इस प्रकार की घटना किसी भी दशा में बर्दाश्त करने की जाने वाली नहीं है। यह चिंता का विषय है कि जब मदरसे जैसी जगहों पर बच्चियां सुरक्षित नहीं है तो हम सबको इसके विरुद्ध जागरूक होना होगा ताकि हम अपने बच्चों के भविष्य को एक सुरक्षित माहौल दे सकें। मामले में आरोपी मौलवी को पोक्सो के तहत गिरफ्तार किया जा चुका है। साथ ही अध्यक्ष ने अन् परिजनों से अपील की है कि वह अपने बच्चों से स्कूल व मदरसों में बिताए समय का फीडबैक अवश्य लें।
उन्होंने एसएसपी ऊधमसिंह नगर को जनपद के मदरसों एवं जहाँ महिलाओं व बच्चियों से अभद्रता की घटनाएं घटित हो रही हो ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित कर उन स्थानों में शिक्षा देने वालों के विरुद्ध कार्रवाई तथा बाहर से आकर रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति का सत्यापन कराए जाने के निर्देश दिए है, ताकि ऐसे असामाजिक तत्व हमारे समाज में न घुस पाएं।
साथ ही उन्होंने एसएसपी को कहा कि ऐसे असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाए, ताकि समाज में अपराधियों के मन मे भय व्याप्त हो और हमारी बेटियां एक सुरक्षित हवा में सांस ले सके।
उन्होंने कहा कि राज्य महिला आयोग हर बेटी, महिला के साथ खड़ा है, देवभूमि में अपराधियों के लिए कोई स्थान नहीं है।। यदि किसी भी महिला के साथ किसी भी प्रकार का उत्पीड़न होगा तो आयोग उसको न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक मनोज कत्याल, पुलिस क्षेत्राधिकारी निहारिका तोमर, उपजिलाधिकारी मनीष बिष्ट, कलेक्ट्रेट प्रभारी डा अमृता शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी मुकुल चौधरी, जिला प्रोवेशन अधिकारी व्योमा जैन आदि उपस्थित थे।