पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर राहुल गांधी, खड़गे और पीएम मोदी सहित कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए देशभर की राजनीतिक हस्तियों ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रीय राजधानी में वीर भूमि पर जाकर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, “आज देश सद्भावना दिवस मना रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भारत के महान सपूत थे। उन्होंने करोड़ों भारतीयों में आशा की किरण जगाई और अपने अभूतपूर्व योगदान से भारत को 21वीं सदी में लाए। उनके द्वारा उठाए गए कदम जैसे मतदान की आयु 18 वर्ष करना, पंचायती राज को मजबूत करना, दूरसंचार और आईटी क्रांति, कम्प्यूटरीकरण कार्यक्रम, शांति समझौते, महिला सशक्तिकरण, सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम और नई शिक्षा नीति ने देश में परिवर्तनकारी बदलाव लाए। हम भारत रत्न राजीव गांधी जी को उनकी जयंती पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।”
पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने X पर पोस्ट किया, “हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी जी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि।”
कांग्रेस का आधिकारिक बयान
कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक X हैंडल से पोस्ट किया, “हम दूरदर्शी नेता श्री राजीव गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने आधुनिकता, प्रौद्योगिकी और युवा सशक्तीकरण का समर्थन किया।”
तमिलनाडु में श्रद्धांजलि
तमिलनाडु कांग्रेस अध्यक्ष के. सेल्वापेरुन्थागई ने चेन्नई में वरिष्ठ नेताओं के साथ पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को उनकी जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की।
राजीव गांधी का राजनीतिक जीवन छोटा लेकिन अत्यंत प्रभावशाली रहा। 1985 के बजट में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका ने भारत की आर्थिक नीति में एक नए दृष्टिकोण की शुरुआत की। 1991 के लोकसभा चुनावों के लिए उन्होंने जो घोषणापत्र तैयार किया, वह उनके निधन के बाद लागू किए गए राव-मनमोहन सिंह सुधारों की नींव साबित हुआ।
सबसे युवा प्रधानमंत्री
राजीव गांधी ने 1984 में अपनी मां और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस की कमान संभाली और 40 वर्ष की उम्र में भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने। उनका जन्म 20 अगस्त, 1944 को हुआ था, और 21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में एक चुनावी रैली के दौरान लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) के आत्मघाती हमलावर ने उनकी हत्या कर दी थी।