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भाजपा  प्रदेश मीडिया प्रभारी  चौहान ने कोविशील्ड को लेकर कांग्रेस के  दुष्प्रचार को बताया एजेंडे का हिस्सा ,वैक्सीन के मुद्दे पर बिना प्रमाण के राजनैतिक उद्देश्य के लिए भ्रम फैला रही कांग्रेस

पूर्व की भाँति इस बार भी जनता कांग्रेस को जवाब देने को उत्सुक
देहरादून। भाजपा ने कहा कि कोरोना काल मे जीवनरक्षक वैक्सीन कोविशील्ड को लेकर कांग्रेस का दुष्प्रचार एक एजेंडे का हिस्सा है और पूर्व की भाँति इस बार भी जनता कांग्रेस को जवाब देने को उत्सुक है।
पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि पीएम मोदी के द्वारा सबका साथ और सबका विकास के नारे को धरातल पर उतारे जाने से कांग्रेस विचिलित और घबरायी हुई है और अब अनैतिक और अमर्यादित आचरण कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वैक्सीन के मुद्दे पर बिना प्रमाण के राजनैतिक उद्देश्य के लिए भ्रम फैला रही है और इसे बनाने वाली कंपनी पूर्व मे इसके साइड इफेक्ट को लेकर स्पष्ट कर चुकी है कि इसके दुष्प्रभाव दुर्लभ हैं।
चौहान ने कहा कि कांग्रेस का उद्देश्य उसके आरोप से ही साफ है, क्योंकि वह इसकी गुणवत्ता को लेकर सवाल उठा रही है तो इसके साथ इलेक्ट्राल बौंड से जोड़ रही है जो कि सरासर अवसरवादी राजनीति की ओर संकेत करती है। उन्होंने कहा कि दुनिया मे बनी सभी वैक्सीन पर साइड इफेक्ट्स को लेकर सवाल उठे, लेकिन भारत मे बनी वैक्सीन पर साइड इफेक्ट दुर्लभ पाए गए हैं। कोरोना काल मे जरूरत के वक्त इस वैक्सीन ने करोड़ों लोगों के जीवन की रक्षा की और देश दुनिया के वैज्ञानिकों ने शोध की जटिल तथा प्रमाणिक तौर पर इसके निर्माण को हरी झंडी दी है।
देश में कोविशिल्ड का उत्पादन करने वाली पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट  कोविशिल्ड के साइड इफेक्टस की जानकारी पूर्व मे दे चुकी है। कंपनी ने पहले ही स्पष्ट किया है कि टीका लगवाने से थ्रोम्बोसाइटोपीनिया या प्लेट्सलेट की संख्या कम होने के साथ ब्लड क्लाटिंग (खून के थक्के बनना)की समस्या हो सकती है। लेकिन यह समस्या 1 लाख में एक से भी कम लोगों में हो सकती है। वैक्सीन के साइड इफेक्ट  दुर्लभ है।
चौहान ने कहा कि कांग्रेस  कोरोना काल मे आम जनता को मदद पहुंचाने के बजाय धरना प्रदर्शन और आम जन से लड़ने के लिए सड़कों पर उतरी। जबकि भाजपा कार्यकर्ताओ ने सरकारी एजेंसी के साथ कंधा से कंधा मिलाकर खुद को झोंक दिया। लोगों को राशन, भोजन, दवा और अस्पताल  मे पीड़ितों को पहुंचाने के कार्य मे जुटे रहे। कांग्रेस बिना प्रमाणिक आधार पर तब भी वैक्सीनेशन का विरोध कर रही थी और अब चुनाव मे दुष्प्रचार कर लाभ उठाने का सपना देख रही है।  भाजपा से ढाई गुना इलेक्ट्राल बौंड के जरिये धन लेने वाली कांग्रेस और उसके सहयोगी दल जब इलेक्ट्राल बौंड पर भी दुष्प्रचार मे कामयाब नही हो पाए तो वैक्सीन को लेकर मैदान मे आ गए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के द्वारा दुष्प्रचार के खिलाफ जनता उसे फिर सबक सिखाने जा रही है और 4 जून को उसे दुष्प्रचार का प्रसाद ग्रहण करने को मिलेगा। नकारात्मक राजनीति और विकास मे अवरोधक बनने वाली कांग्रेस इस बार जनता के कोप का भाजन बनने से हाशिये पर होगी ।

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