राज्यपाल ने प्रगति मैदान में किया 31वें कन्वर्जेंस इंडिया व 9वी स्मार्ट सिटी एक्सपो का आगाज, देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के स्टॉल का निरीक्षण कर परियोजनाओं पर जताई खुशी व अधिकारियों के कामों की सराहना
स्मार्ट सिटी की ओर से 16 परियोजनाओं को पूर्ण कर जनता को समर्पित करने पर राज्यपाल ने की डीएससीएल के अधिकारियों के प्रयासों की तारीफ देहरादून / नई दिल्ली । राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने बुधवार को प्रगति मैदान, नई दिल्ली में 31वें कन्वर्जेंस इंडिया और 9वें स्मार्ट सिटी एक्सपो में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग कर एक्सपो का उद्घाटन किया ।
उत्तराखंड के राज्यपाल ने इस मौके पर सभी प्रतिभाग करने वाले शहरों के प्रतिभागियो को शुभकामनाएँ दी तथा उनके द्वारा देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के स्टॉल का निरीक्षण भी किया गया ।देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारियों ने राज्यपाल को देहरादून स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं के विषय में बताया। राज्यपाल ने देहरादून स्मार्ट सिटी के स्टाल्स और परियोजनाओं पर प्रसन्नता व्यक्त की । उन्होंने कहा कि देहरादून स्मार्ट सिटी द्वारा 16 परियोजनाओं को पूर्ण कर जनता को समर्पित किया जा चुका है । उन्होंने इस मौके पर मौजूद देहरादून स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के किए गए प्रयासों की सराहना की । ज्ञात हो कि 17 से 19 जनवरी तक चलने वाले इस एक्सपो में देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड भी प्रतिभागी कर रहा है। इस मौके पर देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी तीरथपाल ,अधीक्षण अभियंता जगमोहन चौहान, गिरीश पुंडीर ,कृष्णा पल्लभ चमोला प्रबंधक पीयूष अग्रवाल, जनसंपर्क अधिकारी डीएससीएल प्रेरणा ध्यानी, मनवीर जोशी व आशीष मिश्रा मौजूद रहे।
कहा, ब्रांड इंडिया’ , ‘डिजिटल व स्मार्ट इंडिया’ का निर्माण हम सभी के लिए गौरव की बात
देहरादून। राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा कि ‘ब्रांड इंडिया’, ‘डिजिटल और स्मार्ट इंडिया’ का निर्माण हम सभी के लिए गौरव की बात है। यह एक्सपो भविष्य की प्रौद्योगिकी, नवाचार और सतत विकास का आधार केंद्र के रूप में है।
राज्यपाल ने कहा कि बढ़ती पर्यावरणीय चुनौतियों के मद्देनजर पूरी दुनिया सतत और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों लिए एक ठोस विकल्पों की ओर देख रही है। यह विश्वव्यापी बदलाव न केवल पारिस्थितिक चुनौतियों की प्रतिक्रिया है, बल्कि स्वच्छ ऊर्जा से होने वाले आर्थिक और सामाजिक लाभों की स्वीकृति भी है।
उन्होंने कहा की आइए हम नवाचार और नई तकनीकों के उपयोग की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करें। जहां रचनात्मकता को बढ़ावा मिलता है वहां हमारी सबसे गंभीर चुनौतियों के समाधान पैदा होते हैं। हमें अपनी शक्ति का अहसास करते हुए, यह सुनिश्चित करना चाहिए की हमारा शहर, हमारा समाज और हमारा ग्रह आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रहे।