Thursday, May 16, 2024
Latest:
उत्तराखंडचंपावतराजनीति

मुख्यमंत्री  पुष्कर धामी ने चंपावत में अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र के  प्रत्याशी अजय टम्टा के पक्ष में किया प्रचार, कहा, हमारा वोट नए भारत के संकल्प को करेगा पूरा, कार्यक्रम में कई लोगों ने ली भाजपा की सदस्यता

पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ खेली कुमाऊंनी खड़ी होली
चंपावत ।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को गोरलचौड़ मैदान, चम्पावत में लोकसभा क्षेत्र अल्मोड़ा के अंतर्गत विधानसभा चंपावत एवं लोहाघाट के पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ होली मिलन, भेंटवार्ता एवं संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री  धामी ने न्याय के देवता श्री गोलू (गोल्ज्यू) महाराज के मंदिर में विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर राज्य की उन्नति एवं समस्त प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि के लिए  प्रार्थना भी की।
मुख्यमंत्री  धामी ने बड़ी संख्या में स्थानीय जनता एवं पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ काली कुमाऊं की प्रसिद्ध खड़ी होली गाई एवं खेली। उन्होंने सुमिरो सीता राम भया तुम हीरा जनम न पाओगे, नित जमुना के तीर कान्हा बजा गयो बसुरिया, बज रही बज रही बज रही मोहन तेरी मुरली बज रही, जैसी प्रसिद्ध खड़ी होली गायी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बड़ी संख्या में लोगों को भाजपा की सदस्यता भी ग्रहण करवाई।
मुख्यमंत्री धामी ने कार्यकर्ताओं से संवाद के दौरान कहा कि सभी कार्यकर्ता प्रत्येक बूथ में जाकर लोगों को आगामी लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक भाजपा प्रत्याशी अजय टम्टा के पक्ष में वोट डालने की अपील करें। उन्होंने कहा कि  हमारा वोट नए भारत के संकल्प को पूरा करेगा एवं प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई विकास की धारा को आगे बढ़ाने का कार्य करेगा। इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल महरा , जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, हेमा जोशी एवं अन्य लोग मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री मोदी को रिकॉर्ड तोड़ मतों से विजयी बनाने का आह्वान
सीएम धामी ने कहा कि रिकॉर्ड तोड़ बहुमत से चंपावत वासियों ने उन्हें उपचुनाव में विजय बनाया था। उन्होंने कहा कि  हम सबको संकल्प लेना है कि प्रधानमंत्री मोदी को रिकॉर्ड तोड़ मतों से विजय बनाना है। प्रधानमंत्री मोदी के विकास के संकल्प को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा हम आदर्श जिला चंपावत बनाने के लिए दिन रात जुटे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने सभी को होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि काली कुमाऊं की खड़ी होली पूरे देश में प्रसिद्ध है। यह संस्कृति हमारे पूर्वजों से हमें मिली है। इस संस्कृति का संवर्धन, संरक्षण भी सबने मिलकर करना है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *