सहकारिता से जुड़ी महिलाओं , सहकारी समितियों में कार्यरत महिला कर्मचारियों व जिला सहकारी बैंक में कार्यरत 20 महिला अधिकारियों को किया गया सम्मानित
अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के उपलक्ष में सहकारिता से महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम आयोजित, मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत
हरिद्वार / देहरादून।अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के अवसर पर रविवार को जनपद हरिद्वार के ऋषिकुल ऑडिटोरियम में सहकारिता से महिला सशक्तिकरण विषय पर आधारित एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत रहे एवं विशिष्ट अतिथि महापौर नगर निगम हरिद्वार किरन जैसल, जिला अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी आशुतोश शर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष संदीप गोयल आदि उपस्थिति रहें।
इस अवसर पर सहकारिता विभाग के संयुक्त निबंधक (मुख्यालय) एमपी त्रिपाठी, सहायक निबन्धक (मुख्यालय) राजेश चौहान, जिला सहायक निबंधक (हरिद्वार) पुष्कर सिंह पोखरिया एवं जिला सहकारी बैंक लिमिटेड, हरिद्वार की सचिव एवं महाप्रबंधक वंदना लखेडा सहित बैंक एवं विभाग के सभी कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में सहकारिता विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। साथ ही सहकारिता से जुड़ी महिला शक्तियों को प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। जिला सहकारी बैंक में कार्यरत 20 महिला अधिकारी एवं कर्मचारीगणों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त सहकारिता विभाग तथा जिले की समस्त सहकारी समितियों में कार्यरत महिला कर्मचारियों को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिससे उनके योगदान को सराहा गया। विभाग में कार्यरत महिलाओं एवं मत्स्य विभाग की सहायक निदेशक गरिमा मिश्रा को भी उनके कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर जिला सहकारी बैंक हरिद्वार के माध्यम से 6 स्वयं सहायता समूहों को ₹5,00,000 तक के ऋण वितरण के चेक प्रदान किए गए। साथ ही, मशरूम उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए महिला कृषकों को भी ऋण सहायता प्रदान की गई।
कार्यक्रम के माध्यम से सहकारिता मत्री ने यह लक्ष्य निर्धारित किया कि जनपद हरिद्वार में 50,000 महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ के रूप में सशक्त किया जाएगा। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे निर्धारित लक्ष्य की शत-प्रतिशत पूर्ति सुनिश्चित करें।
साथ ही जनपद की सभी 308 ग्राम पंचायतों में एक-एक बहुउददेश्यी सहकारी समिति का गठन किया जाएगा। इन समितियों के माध्यम से पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी, जन औषधि केंद्र, जन सुविधा केंद्र इत्यादि सहकारिता विभाग द्वारा संचालित समस्त योजनाओं का लाभ सीधे ग्राम पंचायत स्तर तक पहुंचाया जाएगा, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सके और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
यह कार्यक्रम नारी सशक्तिकरण एवं समग्र ग्रामीण विकास की दिशा में सहकारिता विभाग द्वारा किए जा रहे सार्थक प्रयासों का एक प्रेरणादायक उदाहरण सिद्ध होगा।