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खेल मंत्री रेखा आर्या ने की बड़ी कार्यवाही, हरिद्वार में नाबालिग खिलाड़ी के साथ दुष्कर्म के आरोपी हॉकी कोच की नौकरी खत्म, सर्टिफिकेट भी निरस्त करने की सिफारिश,साई को भेजा पत्र

खेल मंत्री रेखा आर्या ने दुष्कर्म पीड़िता हॉकी खिलाड़ी से की मुलाकात ,
पीड़िता के परिजनों को हर संभव मदद का दिया भरोसा,
खेल मंत्री ने स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया को कड़ी कार्रवाई के लिए पत्र लिखा
देहरादून/रोशनाबाद  । हरिद्वार के रोशनाबाद में नाबालिग हॉकी खिलाड़ी से दुष्कर्म करने के आरोपी कोच की सेवा समाप्त कर दी गई है। इतना ही नहीं उसे जारी सर्टिफिकेट भी निरस्त कराने की अनुशंसा की गयी है। खेल मंत्री रेखा आर्या ने सोमवार को हरिद्वार पहुंचकर पीड़िता और उसके परिजनों से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
मीडिया से बात करते हुए खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि यह अक्षम्य घटना है और आरोपी कोच भानु प्रकाश ने अपने पेशे को कलंकित किया है। उन्होंने कहा कि तत्काल प्रभाव से आरोपी कोच की संविदा नियुक्ति खत्म कर दी गई है। इसके अलावा खेल मंत्री  ने साई को एक पत्र भेजकर आरोपी कोच को विभिन्न संस्थाओं से जारी किए गए कोचिंग सर्टिफिकेट आदि भी निरस्त करने का अनुरोध किया गया है । खेल मंत्री ने कहा कि आरोपी के खिलाफ एक सार्वजनिक नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा, जिससे भविष्य में देश में कहीं भी उसे बतौर कोच काम ना मिल सके ।  खेल मंत्री रेखा आर्या ने मामले की जांच कर रही पुलिस टीम से फॉरेंसिक व अन्य सभी तरह के साक्ष्य एकत्र कर आरोपी के खिलाफ मजबूत केस तैयार करने के निर्देश भी दिए।
खेल मंत्री ने आरोपी कोच के खिलाफ महानिदेशक साई
को भेजा कड़ी कार्रवाई के लिए पत्र
देहरादून।खेल मंत्री रेखा आर्या ने देर शाम भारतीय खेल प्राधिकरण नई दिल्ली के महानिदेशक को पत्र भेजकर कहा है कि जनपद हरिद्वार में हॉकी के प्रशिक्षण के लिए भानु प्रकाश पुत्र रविंद्र कुमार जो राष्ट्रीय खेल संस्थान बेंगलुरु से वर्ष 2017-18 में प्रशिक्षित कोच हैं, को कॉन्ट्रैक्ट कोच के रूप में तैनात किया गया था। लेकिन भानु प्रकाश ने इस कैंप में प्रशिक्षु नाबालिग खिलाड़ी के साथ दुष्कर्म जैसा जगन ने अपराध किया है। खेल मंत्री ने पत्र में कहा कि हालांकि इस घटना के लिए जरूरी कानूनी कार्रवाई गतिमान है और इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो और इस प्रकार की मानसिक प्रवृत्ति के लोगों को भी विधिक एवं प्रशासनिक रूप से कठोर कार्रवाई के जरिए साफ संदेश दिया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस गंभीर प्रकरण के दृष्टिगत दुष्कर्म के आरोपी कॉन्ट्रैक्ट हॉकी प्रशिक्षक भानु प्रकाश का तत्काल प्रभाव से सर्टिफिकेट डिग्री व डिप्लोमा निरस्त के जाने की अनुशंसा की जाती है ताकि भविष्य में इस तरह की कोई अप्रिय घटना कारित ना हो और खेल तथा खिलाड़ियों की गरिमा, सुरक्षा और प्रतिष्ठा बरकरार रहे। वहीं दूसरी ओर खेल मंत्री रेखा आर्य ने उत्तराखंड ओलंपिक संगठन के अध्यक्ष को पत्र भेजकर अनुरोध किया है कि जनपद  हरिद्वार में दुष्कर्म के आरोपी कॉन्ट्रैक्ट हॉकी प्रशिक्षक भानु प्रकाश की तत्काल प्रभाव से मान्यता रद्द करते हुए भविष्य में किसी भी खेल संघ से जुड़ने की सभी संभावनाओं को समाप्त कर दिया जाए। साथ ही यह भी आग्रह किया है कि खिलाड़ियों के प्रशिक्षण एवं खेल आयोजन के दौरान उनके रहन-सहन से लेकर सभी गतिविधियों विशेष रूप से महिला खिलाड़ियों के लिए भारत सरकार अथवा भारतीय ओलंपिक संघ के दिशा निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कर लिया जाए। वहीं चंपावत जनपद के जिला क्रीड़ा अधिकारी ने भी दुष्कर्म के आरोपी कॉन्ट्रैक्ट हॉकी प्रशिक्षक भानु प्रकाश की सेवाएं समाप्त करने का आदेश जारी कर दिया है। दुष्कर्म के आरोपी कॉन्ट्रैक्ट हॉकी कोच भानु प्रकाश चंपावत जिला क्रीड़ा अधिकारी कार्यालय के अधीन स्पोर्ट्स स्टेडियम टनकपुर में कार्य कर रहा था।

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