उत्तराखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष डॉ गीता खन्ना ने की क्राइम लिटरेचर फेस्टिवल के सेशन में शिरकत, कहा- पॉक्सो एक्ट के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिये आयोग के प्रयास जारी
उत्तराखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष ने क्राइम लिटरेचर
फेस्टिवल के सेशन में रखी अपनी बात
पॉक्सो एक्ट के महत्व और इसके प्रभावी कार्यान्वयन पर अपने विचार साझा किए
देहरादून । उत्तराखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष डॉ गीता खन्ना ने रविवार को क्राइम लिटरेचर फेस्टिवल के द्वितीया एडिशन में वक्ता के रूप में भाग लिया । कार्यक्रम के दौरान, उन्होंने पॉक्सो एक्ट के महत्व और इसके प्रभावी कार्यान्वयन पर अपने विचार साझा किए।
इस अवसर पर एसपी देहात जया बालूनी ने सह-वक्ता के रूप में अपने विचार रखे और बच्चों के खिलाफ अपराधों को रोकने में पुलिस की भूमिका पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. गीता खन्ना ने पूर्व वरिष्ठ सीबीआई अधिकारी नीरज कुमार को सम्मानित किया और उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग , पॉक्सो एक्ट के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है। यह जागरूकता अभियान स्कूलों, कॉलेजों, शिक्षकों और आम नागरिकों तक विभिन्न माध्यमों से पहुंचाया जाता है।
कार्यक्रम का आयोजन हंस फाउंडेशन एवं पूर्व डीजीपी अशोक कुमार ने किया।
डॉ. गीता खन्ना ने अपने संबोधन में कहा कि “बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। उत्तराखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग पॉक्सो एक्ट को लेकर समाज में जागरूकता फैलाने के लिए निरंतर कार्य करता रहेगा।